Happy Brother's Day, Brothers day special, Bhai bahan ka rishta, lockdown Vs. Relation, Brother's Day Video by pratibha
BROTHER’s DAY 2020 (24.05.2020)

Hello friends,
lockdown mein ham saqbhi ghar par hain ...aasha karte hain aap sabhi bhi kushal purvak ghar mein hi family time spend kar rahe honge aur jaise sabhi ne mothers day ceebrate iya hai vese hi brothers day bhi celebrate kiya hoga.
Brothers day special me mene bhi apni feelings ko kavita or video k madhyam se create krne ki koshish ki hai..ummid karti hun ki aapko bhi jarur pasand aayegi...
Bhai bahan ke rishte ko mene aapke sath shabdon, photos, videos ke madhyam se abhivyakt kiya hai.
Dedicated to all Brother's of India......jahan rishton ki pooja social distancing ke time par bhi ghar par rahkr bhi ki ja sakti hai...
please like, comment and share..
लोकडाउन ने रिश्तों को खोला, करीबी से समझाया, चलन बढ़ाया
मातृ दिवस(मदर्स डे) के बाद, भ्राता दिवस (ब्रदर्स डे) भी सामने है आया
भाई बिना बहन है अधूरी, बहन संग भाई की कलाई होती पूरी
बढ़ती जिम्मेदारी भी बहन संग, भाई को लगती बहुत ही प्यारी
भाई -बहन का है, संवेदनशील करुणा भरा रिश्ता
बहन के नाम पर भाई, सबसे पहले खड़ा हो जाता
(समस्या के नाम पर भाई दुनिया से भी लड़ जाता)
भाई में यह अद्भुत शक्ति, बहना के प्रति प्यार जताती
बहना से भाई को सहानुभूति संवेदना की प्रेरणा मिल जाती
भाई है सुरक्षा कवच, न आने दे कभी बहन पर कोई आँच
बहन भाई ही करलेते मित्रवत, मात पिता से पहले जाँच
भाई बहन जो संग बैठते , समय का भी ख्याल न रखते
मन ही मन की बातों में, उलझते सुलझते एक हो जाते
(बातों ही बातों में लड़ते झगड़ते, फिर एक हो जाते)
बहन जब विदा हो घर जाती, भाई को छोड़ अकेला वो पाती
भाई भाभी संग परिवार में , स्नेह प्यार की आस रह जाती
फिर से रिश्तों को अपनाती, दिवाली पर याद सताती
विधि के विधान को समझते रिश्ते अपनाती और निभाती
दो परिवार के मिलन से, रिश्ते नाते और पनपते
सूझबूझ त्याग समर्पण सामंजस्य से रिश्ते बंधते संवरते
शुरू शुरू में तुलना होती, नये नये आयाम हैं दिखते
परिवर्तन के चक्र में पनपते, बढ़ते महकते और संवरते
भाई बहन संग बचपन के लम्हें पुनःस्मरण हो जाते
हँसते हँसाते बचपन याद दिलाते मातपिता बनने पर समझ हैं आते
बच्चों को भी किस्से सुनाकर हँसते और मुस्कुराते
भाई बहन के लड़कपन चंचल, मन को बड़े गुदगुदाते
शैतानी चालाकी के किस्सों को, कहानियों में हम पिरोते
एक दूजे की खुशियों को मन ही मन में हम पाते, प्रार्थना करते
ये रिश्ते भी हम सबको, गजब गजब के पाठ पढ़ाते
जिंदगी महज है रंगमंच , जिसके विभिन्न रूप हम पाते
भाई बहन के रिश्तों का, ना कोई है तोल
किसी भी रिश्ते का होता ना कभी कोई मोल
बस बचपन की यादों में हम मन ही मन में खो जाते
पुनःस्मरण कर हर्षाते,रोते, मन ही मन में मुस्काते
सुख दुःख में एक हो जाते, ब्रदर्स डे पर संवेदित हो जाते
एक हो हम आठ में एक दूजे को पाते, संगठित हो जाते
HAPPY BROTHER’s DAY (24.05.2020)
Created by Pratibha “Preet”